जी हां हम बात कर रहे हैं मिस्त्री ब्लॉक की जहां शनिवार शाम 7:00 ऑटो चालक के बीच में विवाद हुआ जिसमें एक ऑटो चालक राज मधुकर निवासी सरगांवा को दूसरे ऑटो चालक उसका नाम क्या है।
भूषण टंडन निवासी सरगांवा ने साजिश पूर्वक खेर कर अपने पास साथियों के साथ में पूरी तरीके से मारपीट किया।
जिसे मारते देखकर गांव के कुछ लोगों ने जबरदस्ती छुड़वाया जो अभी बुरी तरीके से घायल है और दर्द से तड़प रहा है वही दो दिन हो गया है।
थाने का चक्कर काटते अपराधी भी खुले घूम रहे हैं और लड़के का मुलाज भी नहीं हुआ है।
वह भी दर्द से तड़पते मस्तूरी थाने में अपने परिवार वालों के साथ में है।
अगर इसे कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार पूरी तरीके से प्रशासन की लापरवाही मानी जाती है।
संभल से बड़ी खबर है प्रशासन ने दो और महाकूप खोजे हैं जिसमें एक जामामस्जिद के पीछे संभल हिंसा वाले क्षेत्र में है डीएम ने कूपों का निरीक्षण कर पुनरुद्धार कराने का भरोसा दिया है दोनों ही संभल के तीर्थ हैं।
प्रशासन की टीम द्वारा खोजा गया एक वायुमहाकूप संभल हिंसा वाले इलाके में जामा मस्जिद के पीछे है संभल माहात्म्य में इन कूपों का वर्णन है वायु महाकूप के जल से स्नान से अक्षय लोक मिलने तथा जल के स्नान से दमा रोग से मुक्ति मिलने की मान्यता है कुएं की जमीन के एक हिस्से पर अवैध रूप से दुकान बनाई गई है जिसे डीएम ने हटवाने का भरोसा दिया है।
दूसरा मिला कूप यमदाग्नि महाकूप है जो संभल में बाजार से सटे फड़ इलाके में मिला है शास्त्रोक्त मान्यता के अनुसार यह भी संभल का महातीर्थ है।
डीएम ने दोनों कूपों के पुनुरुद्धार का भरोसा दिया हैं कूपों को सोलह सत्रहवीं शताब्दी का बताया है।
उन्होंने बताया कि गुम कुल आठ और तीर्थों की पहचान की गई है वहीं संभल के तीर्थों की संख्या अब बानवे हो गई है।
सर्वप्रिय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सैकड़ो महिलाओं के साथ राखी का पर्व मनाया
इटावा – सावन का महीना सुरु होते ही सर्वप्रिय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि सक्सेना इटावा पहुँचे जहाँ हजारों की संख्या में महिलाओं के साथ राखी का पर्व मनाया।
सर्वप्रिय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि सक्सेना ने महिलाओं से अपनी कलाई में राखी बंधवाकर भाई बहिन का अटूट बंधन को परंपराओं के साथ एक बार फिर से पर्व को समाज मे जाग्रत किया।
कहा वर्ष में एक बार भाई बहिन का त्योहार आता है हर वर्ष हम इटावा पहुंचकर अपनी हजारों की संख्या में राखी बन्धबाते है और हमारी बहिनें हमारा इंतजार करती है।
इस सावन के अटूट प्रेम आये भाई वहिन के बंधन को राखी बांधकर पर्व मनाती है।
वही सर्वप्रिय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपनी बहिनों को मिठाई खिलाकर एवं उपहार देकर सम्मानित किया।
इस सावन के पर्व पर सैकड़ो की संख्या में बरिष्ठ कार्यकर्ता सौरभ चौहान, टीपू गौर जिलाध्यक्ष, अबधेश यादव आदि लोग मौजूद रहे।
झूला झूले रघुराई,अयोध्या में आज सावन शुक्ल तृतीया के अवसर पर झूलनोत्सव की भव्य शुरुआत हो रही है।
सैकड़ों मंदिरों से भगवान श्रीराम और माता सीता की झूलनोत्सव यात्रा गाजे-बाजे और शोभायात्रा के साथ मणि पर्वत के लिए रवाना हो रही है।
प्राचीन मणि पर्वत पर अयोध्या के मंदिरों के भगवान के विग्रह झूला झूमेंगे कनक भवन, दशरथ महल, हनुमत निवास और मणिराम दास छावनी सहित अनेक मंदिरों से भगवान की प्रतिमाएं निकाली जाएंगी।
मणि पर्वत पर वृक्षों की डालियों पर विशेष रूप से सजाए गए झूलों पर श्रीराम व सीता को विराजमान किया जा रहा है।
संतों का समूह भजन, कीर्तन और नृत्य के माध्यम से उत्सव का उल्लास प्रकट करेगा।
इसके बाद शोभायात्राएं अपने-अपने मंदिरों को लौटेंगी।
इस शुभ अवसर से अयोध्या के करीब 1000 मंदिरों में 12 दिवसीय झूला उत्सव की शुरुआत हो रही है, जो 9 अगस्त रक्षाबंधन तक चलेगा।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
अयोध्या को 6 जोन में बाँटा गया है और लगभग 3000 सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं।
मणि पर्वत मार्ग पर वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है तथा रूट डायवर्जन लागू है।
पहले बताया बीमार फिर बताने लगे पिता पुत्र की उम्र में मात्र 13 वर्ष का अंतर, क्लेम देने से किया इनकार, उपभोक्ता आयोग ने 10 लाख रुपए बीमा धनराशि अदा करने के दिए आदेश, साथ ही लगाया ₹25000 का जुर्माना,
संभल – ग्राम रसूलपुर धतर निवासी ज्ञान प्रकाश के पिता रामचंद्र ने अपने जीवन काल में एक अपनी जीवन बीमा पॉलिसी एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी से कराई थी।
पॉलिसी के कुछ माह बाद उनकी मृत्यु घर पर ही हो गई तो नॉमिनी ज्ञान प्रकाश द्वारा समस्त औपचारिकता पूर्ण कर अपने पिता की मृत्यु के संबंध में बीमित धनराशि प्राप्त करने का आग्रह बीमा कंपनी से किया गया तो बीमा कंपनी द्वारा ज्ञान प्रकाश को बताया गया कि उनके पिता पॉलिसी क्रय करते समय बीमार थे जिस कारण बीमा धनराशि अदा नहीं की जा सकती।
जिस पर ज्ञान प्रकाश ने अनेकों बार बीमा कंपनी से अपना पक्ष लगाते हुए कहा की पॉलिसी क्रय करते समय उसके पिता कोई भी बीमारी से ग्रस्त नहीं थे स्वास्थ्य दे परंतु बीमा कंपनी ने उसकी बात नहीं सुनी।
तो उन्होंने उपभोक्ता मामलों के विशेषज्ञ अधिवक्ता लवमोहन वार्ष्णेय से संपर्क किया और आप बीती बताई पूरी बात सुनकर उनकी ओर से जिला उपभोक्ता आयोग जनपद संभल में परिवाद को प्रस्तुत किया गया और आयोग ने बीमा कंपनी को अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया जहां बीमा कंपनी ने उपस्थित होकर आयोग को बताया कि उनके पिता पूर्व बीमारी से ग्रस्त थे तथा उसकी और उसके पिता की उम्र में मात्र 13 वर्ष का ही अंतर है जिस कारण बीमा धनराशि नहीं दी जा सकती।
इस पर अधिवक्ता लव मोहन वार्ष्णेय द्वारा आयोग को अवगत कराया गया की बीमा धारक बीमा पॉलिसी क्रय करते समय किसी पूर्व बीमारी से ग्रस्त नहीं थे बल्कि उनकी मृत्यु घर पर ही हृदय गति रुकने से हुई थी बीमा कंपनी जिस बीमारी का जिक्र कर रही हैं वह बीमारी उनको नहीं थी इस संबंध में उनके द्वारा ना तो कोई भी इलाज के पेपर या बीमार होने के संबंध में कोई भी पर्चे माननीय आयोग में दाखिल नहीं किए हैं तथा उम्र के संबंध में क्योंकि जो लोग गांव में निवास करते हैं वो अपनी उम्र अंदाजे से लिखाते है ऐसी दशा में जन्म प्रमाण पत्र न होने के कारण गांव वालों के कहने पर ही अपनी उम्र को दिखाया जाता है।
जबकि ज्ञान प्रकाश की उम्र बिल्कुल सही लिखी हुई है ऐसी दशा में यदि बीमा कंपनी को इस पर आपत्ति थी तो पूर्व में आवेदन करते समय आपत्ति लगाते अब ऐसी दशा में इस प्रकार की आपत्ति स्वीकार नहीं की जा सकती।
आयोग ने दोनों पक्षों के अधिवक्ताओं की बहस सुनी और अपना आदेश बीमा कंपनी को देते हुए कहा कि परिवाद बीमा कंपनी के विरुद्ध स्वीकार किया जाता है।
बीमा कंपनी को आदेशित किया जाता है कि वह परिवादी को मुबलिग 10 लाख रुपए बीमा धनराशि उस पर परिवाद संस्थान की तिथि से 7% प्रतिशत वार्षिक ब्याज सहित अंदर दो माह में अदा करें। इसकेअलावा परिवादी ₹20000 मानसिक कष्ट एवं आर्थिक हानि की मद में तथा ₹5000 बाद व्यय की मद में भी अदा करें।
नियत अवधि में धनराशि अदा न करने के कारण ब्याज की दर 9% वार्षिक दे होगा।
प्रतिवाद भयंकर के नाम से मशहूर रहे राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा रामचंद्र दास परमहंस की आज 22वीं पुण्यतिथि है।
राम मंदिर आंदोलन की हृदय स्थली रही दिगंबर अखाड़ा में आज उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस दौरान अयोध्या ही नहीं आसपास के जनपद के भी वरिष्ठ साधु संत मौजूद रहे और नम आंखों से राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा स्वर्गीय रामचंद्र दास परमहंस को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
स्वर्गीय रामचंद्र दास को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के साथ-साथ अयोध्या के वरिष्ठ साधु संतों ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दिया है।
राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर आंदोलन को लेकर के कभी किसी से ना डरने वाले प्रतिवाद भयंकर जिसे वाद विवाद में कभी कोई नहीं जीत सकता था जो शंकराचार्य से भी राम मंदिर आंदोलन पर खुलकर चर्चा करते थे और प्रधानमंत्री से भी आंख में आंख डाल करके राम मंदिर के मुक्ति की बातचीत करते थे।
ऐसे थे प्रतिवाद भयंकर स्वर्गीय रामचंद्र दास परमहंस।
चंपत राय ने कहा राम मंदिर आंदोलन में हमेशा सक्रिय भूमिका निभाने वाले स्वर्गीय रामचंद्र परमहंस का आज पुण्यतिथि है जिन्हें आज हमने श्रद्धांजलि अर्पित की है।
रामचंद्र दास परमहंस को याद करते हैं उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन के साथ जानवरों से उनका विशेष लगाव था और फक्कड़ स्वभाव के कारण उन्हें परमहंस की उपाधि दी गई थी प्रटीवाद भयंकर और परमहंस यह दोनों उपाधि उनके लिए एकदम परफेक्ट थी और हमेशा जानवरों के प्रति उनका लगाव था बंदरों के भोजन की व्यवस्था को प्रतिदिन करते थे इसके साथ ही वह कभी दूध और फल का सेवन न करके केवल चाय का ही सेवन करते थे इन तमाम विषयों पर बहुत गंभीरता से चंपत राय ने रामचंद्र दास परमहंस को याद करते हुए मीडिया से बातचीत किया।
जाने-माने कथावाचक आचार्य मिथिलेश नंदनी शरण भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्वर्गीय परमहंस राम मंदिर के लिए जीते थे राम मंदिर के लिए उन्होंने आंदोलन शुरू किया और आंदोलन की ऐसी धार दे गए जो कोई भूला नहीं सकता।