झोलाछाप पर छापामारी में औपचारिकता, तीसरे दरवाजे से मरीजों का इलाज शुरू, अवैध अस्पतालों के संचालन में क्वैक्स अधिकारी की मिलीभगत,
संभल – बहजोई में झोलाछाप चिकित्सकों और अवैध अस्पतालों के खिलाफ स्वास्थ्य विभाग की छापेमारी में औपचारिकता निभाई जा रही है।
अस्पताल संचालकों ने तीसरे गेट से मरीजों का इलाज करना शुरू कर दिया है।
पिछले दिनों विभाग द्वारा छापेमारी में कुछ अवैध और झोलाछाप अस्पतालों पर कार्रवाई कर उन्हें सील तो कर दिया गया लेकिन कई जगहों पर करवाई केवल कागजों में ही नजर आ रही है सील लगाने के बावजूद भी कई झोलाछाप चिकित्सक खुलेआम मरीजों का इलाज कर रहे हैं।
इससे विभाग की शक्ति पर भी सवाल उठ रहे हैं विदित रहे कि चंदौसी तहसील के अंतर्गत पिछले दो माह में स्वास्थ्य विभाग और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने छापेमारी की गई थी अस्पताल को सील कर चिकित्सकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई लेकिन कुछ जगह छापेमारी में औपचारिकता निभाई गई।
अस्पतालों पर ताला लगाकर औपचारिकता पूरी की गई अस्पताल संचालकों ने तीसरे गेट से मरीजों का इलाज करना शुरू कर दिया है कुछ झोलाछाप चिकित्सक मानते हैं कि नोडल अधिकारी से डर नहीं लगता।
लेकिन जिस दिन सीएमओ या डीएम द्वारा गठित की गई संयुक्त टीम के द्वारा कार्यवाही हो जायेगी तो उस दिन बिना रिपोर्ट हुए मामला खत्म नहीं होगा क्योंकि पूर्व में की गई छापेमारी में डीएम द्वारा गठित टीम के द्वारा कार्रवाई की गई थी इसलिए ज्यादातर चिकित्सकों के बीच संयुक्त रूप से कार्यवाही का डर बना रहता है।
अस्पताल व डॉक्टर आंख के इलाज में लापरवाही के लिए जिम्मेदार, आयोग ने लगाया 3 लाख का जुर्माना,
संभल – ग्राम एपुरा बिसौली जनपद बदायूं निवासी सूरजपाल की बाई आंख में मोतियाबिंद हो गया था जिसके लिए उन्होंने अपनी बाई आंख के ऑपरेशन के लिए रोटरी नेत्र चिकित्सालय चंदौसी में डॉक्टर मनु सैनी से इलाज कराया जिनके द्वारा लापरवाही से इलाज किया गया जिससे कि सूरजपाल की बाई आंख की रोशनी बंद होने लगी जिसके लिए उन्होंने मुरादाबाद CL आई अस्पताल में दिखाया तो डॉक्टरों ने जांच करने के उपरांत बताया कि उनकी आंखों में लगाया गया लेंस तिरछा है जिससे उनके आंखों में घाव हो गया है अब ऑपरेशन को पुनः करना पड़ेगा तो परिवादी को काफी दुख हुआ सूरज पाल ने अपने अच्छे इलाज के लिए एमस दिल्ली में दिखाया जहां डॉक्टरों द्वारा उसका ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया उक्त इलाज में रोटरी नेत्र चिकित्सालय व डॉक्टर द्वारा बरती गई,
लापरवाही के लिए सूरजपाल ने रोटरी नेत्र चिकित्सालय व डॉक्टर मनु सैनी से संपर्क कर अपनी शिकायत की तो अस्पताल व डॉक्टर ने उनकी कोई बात नहीं सुनी बल्कि अस्पताल ने डॉक्टर मनु सैनी को अपने यहां से हटा दिया,
उक्त घटी घटना के लिए उपभोक्ता मामलों की विशेषज्ञ अधिवक्ता लव मोहन वार्ष्णेय से संपर्क किया तो उन्होंने 62 वर्षीय सूरजपाल की व्यथा को सुना और पूर्ण रूप से मदद करने का आश्वासन दिया तथा सूरजपाल की ओर से जिला उपभोक्ता आयोग में एक परिवाद प्रस्तुत किया और आयोग को समस्त घटित घटना को बताया,
आयोग ने डॉक्टर मनु सैनी ब रोटरी नेत्र चिकित्सालय को तलब किया जिस पर उनकी ओर से कोई भी उपस्थित नहीं आया तो आयोग ने अधिवक्ता लव मोहन वार्ष्णेय की बहस को सुना और दाखिल प्रपत्रों के आधार पर अपना निर्णय सुनाते हुए आदेश दिया विपक्षीगण रोटरी नेत्र चिकित्सालय चंदौसी के प्रबंधक/ अध्यक्ष व डॉक्टर मनु सैनी को आदेशित किया जाता है की परिवादी की बाई आंख के ऑपरेशन इलाज में बरती गई लापरवाही व उपेक्षा के प्रति बतौर क्षतिपूर्ति मुबलिग 3 लाख रुपए उस पर परिवाद संस्थान की तिथि से 7% वार्षिक ब्याज सहित अंदर दो माह में अदा करे।
इसके अलावा विपक्षीगण परिवादी को ₹5000 बाद व्यय के मद में भी अदा करेंगे।
नियत अवधि में धनराशि न अदा किए जाने की दशा में ब्याज 9% वार्षिक की दर्शित होगा।
अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में निकाली गई एक भव्य शोभायात्रा,
धौलपुर – शहर में आज देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के उपलक्ष्य में एक भव्य शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु, समाजसेवी, महिला मंडल और युवा संगठनों के सदस्य शामिल हुए यह शोभायात्रा शहर की महात्मा नंद बगीची से प्रारंभ होकर पुराने शहर के प्रमुख मार्गों पुराना हॉस्पिटल, हरदेव नगर, जगन चौराहा, लाल बाजार से होते हुए गरुड़पुरा स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर पर जाकर संपन्न हुई शोभायात्रा में शामिल लोगों ने पारंपरिक वेशभूषा धारण की हुई थी बैंड-बाजों, झांकियों, और ढोल नगाड़ों की मधुर ध्वनि के साथ वातावरण भक्तिमय हो गया झांकियों के माध्यम से देवी अहिल्याबाई होलकर के जीवन, सेवा कार्यों और उनके सामाजिक योगदान को दर्शाया गया कई स्थानों पर लोगों ने शोभायात्रा का पुष्पवर्षा से स्वागत भी किया गया।
शोभायात्रा समिति के अध्यक्ष एवं सैंपऊ प्रधान दुष्यंत बघेल ने मां अहिल्याबाई की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की,
इस अवसर पर राजस्थान सरकार के पूर्व राज्य मंत्री जगमोहन बघेल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे
उन्होंने कहा देवी अहिल्याबाई होलकर भारतीय संस्कृति की एक महान प्रतीक हैं उन्होंने अपने शासनकाल में न्याय, धर्म, समाजसेवा और महिला सशक्तिकरण के लिए उल्लेखनीय कार्य किए उनके द्वारा निर्मित घाट, मंदिर और धर्मशालाएं आज भी उनकी धर्मनिष्ठा और दूरदर्शिता का प्रमाण है उन्होंने यह भी कहा कि आज की युवा पीढ़ी को देवी अहिल्याबाई जैसे महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और समाज में समरसता और सेवा की भावना को आगे बढ़ाना चाहिए।
SBI बहजोई ने उपभोक्ता के खाते से काटे 5900 रूपये, आयोग ने लगाया 10 हजार का जुर्माना
संभल – बहजोई निवासी हृदेश अग्रवाल का भारतीय स्टेट बैंक शाखा बहजोई में एक सी सी खाता है जिसका नियमानुसार संचालन किया जाता हैं बैंक ने परिवादी के खाते से ई एम चार्ज के नाम प पर उनके खाते से 5900 रूपये की कटौती कर ली जिसकी शिकायत उन्होंने बैंक प्रबंधक से की और बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य में के सी सी खाते से ई एम चार्ज नहीं लिया जा सकता उसके खाते से गलत रूप से चार्ज की कटौती की गई है तो शाखा प्रबंधक द्वारा उनकी कोई बात नहीं सुनी तब उन्होंने उपभोक्ता मामलों के विशेषज्ञ अधिवक्ता लव मोहन वार्ष्णेय से संपर्क किया तो उन्होंने शाखा प्रबंधक के लिए एक नोटिस ह्रदेश अग्रवाल की समस्या को लेकर बैंक को भेजा परंतु बैंक ने उसका कोई उत्तर नहीं दिया तो लव मोहन वार्ष्णेय एडवोकेट द्वारा एक परिवाद जिला उपभोक्ता आयोग में दाखिल किया आयोग द्वारा नोटिस भेजकर बैंक को अपना पक्ष रखने के लिए कहा परन्तु बैंक की ओर से कोई उपस्थित नहीं हुआ तो आयोग ने एक पक्षीय कार्यवाही करते हुए बैंक को आदेशित किया कि वह परिवादी के खाते से काटी गई धनराशि मुबलिग 5900 रूपये उस पर दिनांक 27/8/2021 से 7% वार्षिक ब्याज सहित उसके खाते में अन्दर दो माह अंतरित/जमा कर दे।
इसके अलावा विपक्षी परिवादी को मुबलिग 5000 रूपये आर्थिक हानि एवं मानसिक कष्ट के मद में तथा 5000 रूपये वाद व्यय के मद में भी अदा करेंगे।
नियत अवधि में धनराशि अदा न किए जाने की दशा में ब्याज 9% वार्षिक की दर से देय होगा।
हरदोई जिले का छोटा सा कस्बा संडीला, उत्तर प्रदेश सुंदर हवाई की मिठास और संस्कृति का एक खास प्रतीक है। यहां की पहचान है—संडीला के लड्डू। ये लड्डू न सिर्फ उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश और विदेशों तक अपनी मिठास फैला चुके हैं। कहते हैं, लखनऊ के नवाबों की दावत तब तक अधूरी मानी जाती थी जब तक उनकी थाली में संडीला के लड्डू न परोसे जाएं। नवाबी दौर से ही इन लड्डुओं का स्वाद और सम्मान दोनों कायम है।
संडीला के लड्डुओं का इतिहास करीब 70 साल पुराना है, लेकिन इनकी लोकप्रियता सैकड़ों सालों से चली आ रही है। लखनऊ, हैदराबाद और यहां तक कि ब्रिटेन की महारानी भी इन लड्डुओं की दीवानी थीं। ब्रिटिश काल में इन लड्डुओं ने विदेशों तक अपनी पहचान बनाई। आज भी जब कोई भारत से विदेश जाता है, तो अपने साथ संडीला के लड्डू जरूर ले जाता है।
इन लड्डुओं की सबसे बड़ी खासियत है इनका अनूठा स्वाद और पारंपरिक तरीका। ताजी बूंदी से बने लड्डू को चीनी के बुरादे में लपेटा जाता है और मिट्टी की हांडी में रखा जाता है, जिससे इनकी ताजगी और स्वाद बरकरार रहता है। यही कारण है कि आज भी लखनऊ से हरदोई जाते वक्त हाईवे पर इन लड्डुओं की कई दुकानें दिख जाती हैं, जहां हर वक्त भीड़ लगी रहती है।
संडीला के लड्डू सिर्फ मिठाई नहीं, बल्कि परंपरा और विरासत का हिस्सा हैं। यहां की पुरानी दुकानों में आज भी वही पारंपरिक स्वाद मिलता है, जो दशकों पहले मिलता था। संजय जायसवाल की दुकान, जो करीब 50 साल पुरानी है, आज भी संडीला के चौराहे पर मौजूद है। संजय बताते हैं कि उनके बाबा ने यह दुकान शुरू की थी, फिर उनके पिता ने संभाली, और अब चौथी पीढ़ी इस मिठास को आगे बढ़ा रही है।
समय के साथ लड्डुओं के स्वरूप में बदलाव जरूर आया है। पहले ये लड्डू हांडी में रखकर बेचे जाते थे, अब पैकिंग बदल गई है, लेकिन स्वाद वही है। आज भी संडीला के रेलवे स्टेशन पर हांडी में रखे लड्डू मिल जाते हैं। महंगाई के चलते बेसन के लड्डुओं की जगह कुछ जगहों पर गोंद के लड्डू ने ले ली है, लेकिन असली संडीला के बूंदी लड्डू का स्वाद आज भी बेमिसाल है।
संडीला के लड्डू न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी लोकप्रिय हैं। बॉलीवुड फिल्मों में भी इनका जिक्र आता है—अमिताभ बच्चन की ‘पीहू’ और सलमान खान की ‘हम साथ-साथ हैं’ जैसी फिल्मों में इन लड्डुओं का नाम लिया गया है। इससे इनकी लोकप्रियता और बढ़ गई है।
संडीला के लड्डू का स्वाद ऐसा है कि एक बार जिसने चखा, वो बार-बार इन्हें खाने की इच्छा करता है। यहां आने वाला हर यात्री, चाहे वह लखनऊ से हो या हरदोई से, इन लड्डुओं को खरीदना नहीं भूलता। संडीला की गलियों में लड्डुओं की खुशबू हर वक्त फैली रहती है।
इन लड्डुओं की रेसिपी भी खास है। बेसन की बूंदी को घी में तला जाता है, फिर उसे चीनी के बुरादे में लपेटा जाता है। हांडी में रखने से इनका स्वाद और ताजगी बनी रहती है। यही वजह है कि ये लड्डू लंबे समय तक खराब नहीं होते और दूर-दूर तक भेजे जा सकते हैं।
संडीला का नाम भी ऐतिहासिक है। कहा जाता है कि इस जगह का नाम ऋषि शांडिल्य के नाम पर पड़ा था, जो यहां आकर रुके थे। बाद में यह कस्बा अपने लड्डुओं के कारण देश-विदेश में प्रसिद्ध हो गया।
आज के समय में भी संडीला के लड्डू शादी-ब्याह, त्योहारों और खास मौकों पर जरूर परोसे जाते हैं। यहां की दुकानों पर हर वक्त ग्राहकों की भीड़ लगी रहती है। कई परिवारों की रोजी-रोटी इन्हीं लड्डुओं की मिठास पर टिकी है।
संडीला के लड्डू न सिर्फ स्वाद का प्रतीक हैं, बल्कि हरदोई की पहचान भी हैं। जब भी कोई हरदोई या लखनऊ जाए, तो संडीला के लड्डू जरूर ट्राई करता है। ये लड्डू स्वाद और इतिहास दोनों का अनोखा संगम हैं।
स्टेट बैंक को सोना बेचना पड़ा भारी, उपभोक्ता आयोग ने लगाया 25000 का जुर्माना और साथ ही रखे सोने की कीमत पर दो महीने के अंदर देना होगा 9% वार्षिक का ब्याज.
समय से भुगतान न करने पर देना होगा 12% वार्षिक ब्याज,
संभल – संभल निवासी नवी हसन हाल निवासी दिल्ली ने संभल स्थित भारतीय स्टेट बैंक में मां फरवरी 2022 का अपना 49.800 ग्राम 18 पीस सोने की जेवर गिरवी रखकर133600 का ऋण लिया था तीन साल की रिया गया था जिसमें नवी हसन द्वारा समय समय पर किस्तों का भुगतान किया गया परंतु भारतीय स्टेट बैंक शाखा संभल द्वारा गोल्ड लोन लेने के 10 महा के अन्दर ही किस्तों का भुगतान समय से न करने की बात कहकर उनका गिरवी रखा सोना बिना किसी पूर्व सूचना के विक्रय कर धनराशि को ऋण खाते में समायोजित कर लिया बर्ष 2024 में जब नवी हसन को उन जेवरों की आवश्यकता हुई तो वो ऋण की धनराशि अदा कर उन्हें लेने बैंक पहुंचे बैंक पहुंचने पर पता चला कि बैंक द्वारा महा दिसंबर 2022 में ही उनके द्वारा गिरवी रखे सोने को बैंक शाखा द्वारा बेचकर ऋण खाता बन्द किया जा चुका हैं तो उन्होंने अपनी नाराजगी जताते हुए कहा कि जब ऋण तीन वर्ष के लिए लिया गया तो समय अवधि पूर्ण होने से पूर्व उनके द्वारा गिरवी रखा गया सोना बिक्रय क्यों किया गया तो बैंक द्वारा कोई सन्तोष जनक जवाब नहीं दिया तब नवी हसन ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से बैंक को नोटिस भी प्रेषित किया परन्तु कोई जवाब बैंक शाखा द्वारा नहीं दिया गया तब नवी हसन ने अपनी सारी बातें उपभोक्ता मामलों के विशेषज्ञ अधिवक्ता लव मोहन वार्ष्णेय को बताई उन्होंने उपभोक्ता आयोग में एक परिवाद दायर किया जहां बैंक को आयोग द्वारा तलब किया तो बैंक की ओर से बताया गया कि ऋण की राशि प्रति माह अदा करनी होती हैं और नवी हसन द्वारा नियमित रूप से किस्तों का भुगतान नहीं किया जा रहा था कही ऋण की राशि रखे गए सोने के आभूषण से अधिक न हो जाए इसी कारण उन्हें विक्रय कर धनराशि को ऋण खाते में समायोजित किया गया।
इस बात का विरोध करते हुए लव मोहन वार्ष्णेय एडवोकेट ने आयोग को बताया कि अनुबंध की तय समय सीमा से पूर्व बिना कोई सूचना दिए गिरवी रखे सोने को बेचा गया है जो कि बैंक की सेवा में घोर कमी और लापरवाही को दर्शाता है ।
उपभोक्ता आयोग ने दोनों पक्षों को सुना और भारतीय स्टेट बैंक के अध्यक्ष और शाखा प्रबंधक को आदेशित किया कि वे परिवादी के गिरवी रखे स्वर्ण आभूषणों वजन 49.800 ग्राम अथवा बाजार मूल्य मुबलिग 78100रु प्रति 10 ग्राम के हिसाब से 388938 रुपए उस पर परिवाद संस्थन की तिथि से 9% वार्षिक ब्याज सहित अंदर दो माह में अदा करें।
आभूषणों की कुल कीमत में से परिवादी द्वारा पूर्व ऋण खाते में जमा की गई धनराशि को समायोजित करते हुए शेष धनराशि परिवादी को अदा की जाएगी।
इसके अलावा विपक्षीगण परिवादी को मुबलिग 25000 रुपए मानसिक कष्ट व आर्थिक हानि के मद में तथा ₹5000 बाद व्यय के मद में भी अदा करेंगे ।
नियत अवधि में आदेश का अनुपालन न किए जाने की दशा में ब्याज 12% वार्षिक की दर से देय होगा।
शुगर मिल के स्थापना दिवस के अवसर पर कारखाने में ब्लड कैंप का आयोजन किया गया,
संभल – आज धामपुर शुगर मिल के स्थापना दिवस के अवसर पर कारखाने में ब्लड कैंप का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी तरुण पाठक मुख्य चिकित्सा अधीक्षक राजेंद्र सिंह डॉक्टर मनोज चौधरी यूनिट हेड आशीष कुमार शर्मा ने फीता काटकर कैंप का शुभारंभ किया।
इसमें पूर्व पुलिस उपाधीक्षक और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के पूर्व ओएसडी रंजीत सिंह चौहान ने ध्यान केंद्रित कार्यक्रम किया ।
करीब 50 से ऊपर लोगों ने अपना ब्लड डोनेशन किया।
ब्लड डोनेशन करने वालों में यूनिट हेड आशीष कुमार शर्मा राजन कुमार दीक्षित उप महाप्रबंधक प्रशासन अवतार सिंह उप महाप्रबंधक इंजीनियरिंग, संजीव कुमार महाप्रबंधक अमित चौहान, संतोष चौहान,आशुतोष राय, आकाश शर्मा अरुण गिल विक्रम सिंह निखिल विश्नोई, अमृत पाल सिंह, अरुण सिंह, पी सतीश, अनवर खान, शिवम त्यागी, अभिषेक कुमार, पंकज कुमार, रविन्द्र, हिमांशु, घनश्याम राय, विवेंद्र सिंह, संजीव आई टी शुभम सत्यम मंगेश, भानु, आयुष, शैली चौहान, इंदु बिंदल, पूजा चौहान संदीप रिंकू डी पी सिंह नेमचंद इत्यादि लोगों ने ब्लड कैंप में स्वेच्छा से ब्लड दिया।
उसके बाद स्थापना दिवस के अवसर पर यूनिट हेड आशीष शर्मा ने पूरे कारखाने में सभी कर्मचारियों के अलावा कारखाने में आने जाने वालों के लिए मिठाई वितरण किया गया।
5 दिन में दो मौतें परिजन ने जताई मर्डर की आशंका किया शासन से उचित जांच और कार्रवाई की मांग,,
हम बात कर रहे हैं रायपुर सदर बाजार की जहां श्री ज्वेलर्स के यहां 5 दिन में दो मौतें हो गई जिससे पूरा परिवार दहल गया 5 दिन पहले 11 वर्षीय बच्चे की मौत हुई थी उसके बाद छठवें दिन मां सोना सोनी फांसी के फंदे पर लटकी मिली ।
जिससे परिवार वाले ने शंका जताई है कि यह कोई आत्महत्या नहीं सोची समझी साजिश के तहत मर्डर है।
क्योंकि बताया जा रहा है की सोना सोनी अपने पति से काफी परेशान थी क्योंकि उसका पति मासिक और शारीरिक दोनों तरीके से उसे प्रताड़ित करता था।
एक तरफ सोना सोनी के पास से सुसाइड नोट बरामद हुआ है जिसमें लिखा है की अब उनके बड़े बेटे की जान खतरे में है हम बता दे सोना सोनी की दो बेटे थे जिसमें से 11 वर्ष का बेटा 5 दिन पहले खत्म हो गया और दूसरा बेटा 15 साल का है जिसके जान का खतरा उस लेटर में लिखा गया है साथ ही साथ लिखा गया है की बड़े बेटे को उसके नाना नानी रख ले अभी यह पूरा मामला संगिध है क्योंकि यह क्लियर नहीं हुआ है कि यह लेटर सोना सोनी के द्वारा लिखा गया है या यह भी किसी षड्यंत्र का हिस्सा है।
सोना सोनी तखतपुर निवासी रमेश सोनी एवं उषा सोनी पुत्री थी।