रिहाई के बाद बोले शाही जामा मस्जिद सदर आवाम कहेगी तो लड़ूंगा चुनाव
जेल में 133 दिन बीतने के बाद शाही जामा मस्जिद के सदर की रिहाई होने पर उनका जोरदार स्वागत हुआ जगह-जगह नारेबाजी कर लोगों ने आतिशबाजी छोड़ी।
इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर आवाम चाहेगी तो मैं चुनाव लड़ूँगा।
जमानत होने के बाद जफर अली एडवोकेट जामा मस्जिद सदर को मुरादाबाद कारागार से रिहा हुए।
रिहा होने के बाद मुरादाबाद से चलकर चंदौसी चौराहा पर पहुंचे चंदौसी चौराहे पर फूल माला पहनकर लोगों द्वारा स्वागत किया गया।
जफर एडवोकेट द्वारा बोलते हुए कहा कि अल्लाह के शुक्र से और आप लोगों की दुआओं से मैं छूटकर वापस आ गया हूं।
चंदौसी चौराहे से जुलूस के तौर पर कार व मोटरसाइकिल से यशोदा चौराहा, मोहल्ला नाला पर आतिशबाजी कर जफर एडवोकेट का स्वागत किया गया।
वहां से चलकर एक रात की मस्जिद से पैदल चलकर लोगो द्वारा नारेबाजी की गई जिसमें जफर एडवोकेट जिंदाबाद, जामा मस्जिद सदर जिंदाबाद व अल्लाह हू अकबर में नारा तकबीर अल्लाह हू अकबर के नारे लगाते हुए अनार वाली मस्जिद पर आतिशबाजी कर स्वागत किया गया।
अपने आवास पर पहुंचकर प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि आज अल्लाह का बहुत बड़ा करम हुआ है और तमाम आवाम सम्भल की ओर हिंदुस्तान की मेरे लिए दुआ की है जिसे मैं शुक्रगुजार हूं मौला का शुक्रगुजार हूं अल्लाह का शुक्रगुजार हूं।
जो मैं आज यहां छूट कर आ गया हूं।
सम्भल में नई राजनीति के आगाज का जवाब देते हुए कहा है कि मैं कह नहीं सकता वह तय करेगी।
इसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है मेरी किसी से कोई मुलाकात नहीं है यह सब बातें आवाम तय करेगी मुझे आगे क्या करना है।
किसी को काबिज करने के लिए और किसी को बचाने के लिए पावर का होना बहुत जरूरी है अगर मेरे हाथ में पावर होती तो मैं शायद मैं जेल में न होता।
आगे कहा कि जेल में घर वाले मुलाकात पर जाते थे कोई परेशानी नहीं थी मुझे वहां पर कोई परेशानी नहीं थी।
संभल में एक अनोखे विरोध प्रदर्शन की खबर सामने आई है।
फिरोज खान, जो समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यकारी सदस्य और पूर्व जिला अध्यक्ष हैं, ने ‘अ’ से लेकर ‘अ:’ तक के अक्षरों का उपयोग करके भाजपा सरकार की नीतियों पर व्यंग्य किया।
*विरोध का तरीका:*
– फिरोज खान ने पीडीए पाठशाला के माध्यम से बच्चों के साथ मिलकर विरोध जताने का एक रचनात्मक तरीका अपनाया।
– इस अनोखे विरोध प्रदर्शन ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया और सोशल मीडिया पर भी चर्चा में रहा।
*फिरोज खान की भूमिका:*
– फिरोज खान ने अपने विरोध प्रदर्शन के माध्यम से भाजपा सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए और लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया।
– उनकी इस पहल ने समाज में एक नई चर्चा को जन्म दिया है।
*पीडीए पाठशाला की भूमिका:*
– पीडीए पाठशाला ने इस विरोध प्रदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और बच्चों को विरोध जताने का एक रचनात्मक तरीका सिखाया।
– इस पाठशाला के माध्यम से बच्चों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया और समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने का प्रयास किया
जायंट्स ग्रुप ऑफ जीवन धारा की महिलाओं ने हरियाली तीज महोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलित कर किया गया।
कोऑर्डिनेटर बबीता शर्मा, यूनिट डायरेक्टर रश्मि शर्मा, ब्रांच ऑफिसर मीनू वार्ष्णेय, नगर अध्यक्ष छाया वार्ष्णेय, सचिव मंजू वार्ष्णेय, कोषाध्यक्ष अनीता श्रोत्रिय और अंजू अग्रवाल ने इस अवसर पर विशेष भूमिका निभाई।
*कार्यक्रम की मुख्य बातें:*
– *तीज क्वीन का चयन*: जीवन धारा की तीज क्वीन कविता वासने बनीं, जिन्हें विशेष सम्मानित किया गया।
– *प्रतियोगिताएं*: महिलाओं ने सावन की मल्हार डांस, हाउजी और अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
– *महिला सशक्तिकरण*: इस तरह के कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
*जायंट्स ग्रुप की भूमिका:*
– जायंट्स ग्रुप ऑफ जीवन धारा ने इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को एकजुट करने और उन्हें समाज में उनकी भूमिका के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया।
– ग्रुप के सदस्यों ने अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन किया और एक-दूसरे के साथ मिलकर इस त्योहार को मनाया।
*कार्यक्रम में उपस्थित महिलाएं:*
– कार्यक्रम में शशि वार्ष्णेय, उमा वार्ष्णेय, मनीषा वार्ष्णेय, शीतल वार्ष्णेय, अंजू वार्ष्णेय, पायल वार्ष्णेय, पुनर्वास, सत्ताक्षी शर्मा, वंदना विश्नोई, कमलेश गुप्ता, कनक वार्ष्णेय, सुषमा शर्मा आदि उपस्थित रहीं।
इस तरह के आयोजनों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने और लोगों को एकजुट करने में मदद मिलती है।
ज्यांट्स ग्रुप ऑफ बहजोई महिला जागृति ने हरियाली तीज का त्योहार बड़े उत्साह और उल्लास के साथ मनाया।
गोल्डन पब्लिक स्कूल में आयोजित इस कार्यक्रम में सदस्य महिलाओं ने नृत्य और गाने की प्रस्तुति दी।
साथ ही प्रश्न प्रतियोगिता और कई तरह के खेल भी हुए।
*कार्यक्रम की मुख्य बातें:*
– *तीज क्वीन का चयन*: कार्यक्रम में एक तीज क्वीन चुनी गई, जिसे विशेष सम्मानित किया गया।
– *मुख्य अतिथि का सम्मान*: मुख्य अतिथि, ग्रुप संरक्षक और ग्रुप संस्थापक आदि का विशेष सम्मान किया गया।
– *महिला सशक्तिकरण*: इस तरह के कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण और सामाजिक एकता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
*ज्यांट्स ग्रुप की भूमिका:*
– ज्यांट्स ग्रुप ऑफ बहजोई महिला जागृति ने इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं को एकजुट करने और उन्हें समाज में उनकी भूमिका के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया।
– ग्रुप के सदस्यों ने अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन किया और एक-दूसरे के साथ मिलकर इस त्योहार को मनाया
किसान नेता सहित आठ भाकियू कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज,
संभल – 12 दिन पहले एसीएमओ से आशा वर्कर का अनुभव प्रमाण पत्र बनाने को लेकर भारतीय किसान यूनियन टिकैत के मंडल महासचिव तथा अन्य कार्यकर्ताओं के साथ हुए हंगामें को लेकर एसीएमओ ने मंडल महासचिव व आशा वर्कर के देवर सहित 6-7 अज्ञात लोगों के खिलाफ कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है।
19 जुलाई को मंडल महासचिव मुकेश निवासी धनारी वही एक आशा वर्कर का देवर पप्पू आशा वर्कर का अनुभव प्रमाण पत्र बनवाने के लिए एसीएमओ दफ्तर में गए थे।
जहां पर अनुभव प्रमाण पत्र बनवाने को लेकर के एसीएमओ डॉ पंकज बिश्नोई व मंडल महासचिव के बीच तीखी नोक झोक हो गई थी।
इसके बाद एक ओर एसीएमओ ने मंडल महासचिव पर अभद्रता का आरोप लगाया था।
तो वहीं दूसरी ओर मंडल महासचिव ने आशा वर्कर का अनुभव प्रमाण पत्र तथा अन्य समस्याएं का निस्तारण न करने का आरोप लगाया था।
जिसको लेकर जमकर हंगामा हुआ था।
वही भाकियू टिकैत के कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए थे।
वार्ता के बाद उन्होंने धरना समाप्त किया था।
अब के एसीएमओ डॉक्टर पंकज बिश्नोई की ओर से कोतवाली में मंडल महासचिव मुकेश व आशा वर्कर का देवर पप्पू तथा 6-7 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
जिसमें एसीएमओ ने सरकारी कार्य में बाधा डालने तथा महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों से भी अभद्रता करने का आरोप लगाया है।