DIG और SP ने किया रिक्रुट आरक्षियों के प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण,
मुरादाबाद परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक मुनिराज और संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई ने रिक्रुट आरक्षियों के प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण किया और रिक्रुट आरक्षियों के साथ सैनिक सम्मेलन किया।
*निरीक्षण के मुख्य बिंदु:*
– *व्यवस्थाओं का जायजा*: पुलिस अधिकारियों ने रिक्रुट आरक्षियों के व्यवस्थापन और ट्रेनिंग की व्यवस्थाओं का जायजा लिया, जिसमें मैस, बैरक, कक्षाएं, स्नानागार और शौचालय आदि शामिल हैं।
– *सैनिक सम्मेलन*: पुलिस अधिकारियों ने रिक्रुट आरक्षियों के साथ सैनिक सम्मेलन किया, जिसमें उनकी ट्रेनिंग और समस्याओं के बारे में जानकारी ली गई।
*निर्देश और कार्रवाई:*
– *मूलभूत सुविधाएं*: पुलिस अधिकारियों ने रिक्रुट आरक्षियों को ट्रेनिंग के दौरान मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं और समस्याओं के संबंध में जानकारी लेकर उनके निस्तारण हेतु संबंधित को निर्देशित किया।
– *समस्याओं का निस्तारण*: पुलिस अधिकारियों ने रिक्रुट आरक्षियों की समस्याओं को सुनकर उनके निस्तारण के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन दिया
DM और SP ने सादातबाड़ी स्थित पातालेश्वर महादेव मंदिर में शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा की और पातालेश्वर महादेव के दर्शन किए।
यह आयोजन महाशिवरात्रि के पर्व पर हुआ, जिसमें दोनों अधिकारियों ने श्रद्धालुओं को सम्मानित किया और भगवान शिव की पूजा-अर्चना की।
पातालेश्वर महादेव मंदिर अपनी रहस्यमयी मान्यता और हजारों साल पुरानी आस्था के कारण प्रसिद्ध है।
इस मंदिर में स्थापित भगवान शिव का शिवलिंग अद्वितीय है, और इसकी गहराई को लेकर कई कथाएं प्रचलित हैं।
*पातालेश्वर महादेव मंदिर की विशेषता:*
– *रहस्यमयी मान्यता*: पातालेश्वर महादेव मंदिर अपनी रहस्यमयी मान्यता और हजारों साल पुरानी आस्था के कारण प्रसिद्ध है।
– *शिवलिंग की गहराई*: शिवलिंग का आधार पाताल लोक तक जाता है, जो इसकी सबसे बड़ी विशेषता है। कई बार इसकी गहराई जानने के प्रयास किए गए, लेकिन इसका अंत नहीं मिल सका.
*महाशिवरात्रि पर आयोजन:*
– *जलाभिषेक*: श्रद्धालु शिवलिंग पर जल चढ़ाकर पूजा-अर्चना करते हैं। माना जाता है कि इससे भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
– *पुष्पवर्षा*: डीएम और एसपी ने शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा की, जिससे उनका सम्मान और स्वागत किया जा सके
जिला न्यायालय की पॉक्सो कोर्ट ने विवाहिता से रेप के मामले में आरोपी को 10 साल की सजा सुनाई है।
यह फैसला 6 साल पुराने केस में आया है, जिसमें आरोपी को 15 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है।
यह मामला रजपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव का है।
इसी तरह के एक अन्य मामले में, संभल की ही एक अदालत ने नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में एक अभियुक्त को 10 साल की सश्रम कारावास और 40 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनाई थी।
पुलिस उपमहानिरीक्षक ने जनपद के विभिन्न थानों पर स्थापित महिला हेल्प डेस्क की समीक्षा की।
इस दौरान उन्होंने महिला हेल्प डेस्क पर नियुक्त महिला पुलिसकर्मियों के कार्यों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
*महिला हेल्प डेस्क के लिए दिशा-निर्देश:*
– *शिकायतों का निस्तारण*: महिला पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए गए कि वे शिकायतों को विनम्रतापूर्वक सुनें और उनका शीघ्र व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करें।
– *रजिस्टर में विवरण*: महिला हेल्प डेस्क रजिस्टर में आवेदिका का नाम, पता, मोबाइल नंबर और समस्या का स्पष्ट उल्लेख करना होगा।
– इसके अलावा समस्या के निराकरण के लिए की गई कार्रवाई और समस्या के निदान का विवरण भी रजिस्टर में अंकित करना होगा।
– *फीडबैक*: महिला हेल्प डेस्क पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के बाद 3 दिनों में फीडबैक लेकर जांच अधिकारी द्वारा स्वयं रजिस्टर में अंकित किया जाएगा।
– *आवश्यक संसाधन*: महिला हेल्प डेस्क पर आवश्यक संसाधनों जैसे कि कंप्यूटर, स्कैनर, कैमरा आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
*महिला हेल्प डेस्क का उद्देश्य:*
– *महिलाओं की सुरक्षा और सहायता*: महिला हेल्प डेस्क का उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा और सहायता करना है, जिससे वे अपनी समस्याओं को आसानी से साझा कर सकें और उनका समाधान प्राप्त कर सकें।
– *महिलाओं का सशक्तिकरण*: महिला हेल्प डेस्क के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाने और उनके अधिकारों की रक्षा करने का प्रयास किया जा रहा है