Thursday, September 11, 2025
HomeIN24 Liveहरिद्वार-उत्तराखंड की फार्मा इंडस्ट्री पर गहराया भरोसे का संकट, 15 दवाएं फेल

हरिद्वार-उत्तराखंड की फार्मा इंडस्ट्री पर गहराया भरोसे का संकट, 15 दवाएं फेल

ब्रेकिंग…हरिद्वार

उत्तराखंड की फार्मा इंडस्ट्री पर गहराया भरोसे का संकट, 15 दवाएं फेल,

“हरिद्वार की फार्मा इंडस्ट्री ने पिछले दो दशकों में देश-विदेश में पहचान बनाई है, लेकिन अब उसी पहचान पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

अप्रैल 2025 की दवा गुणवत्ता रिपोर्ट ने एक बार फिर फार्मा कंपनियों की कार्यशैली को कटघरे में खड़ा कर दिया है।”

“15 दवाएं गुणवत्ता जांच में फेल, फर्जी पते और घटिया निर्माण ने फार्मा इंडस्ट्री की साख को बुरी तरह झकझोर दिया है…”

देखिए ये एक्सक्लूसिव रिपोर्ट…

उत्तराखंड, खासकर हरिद्वार को फार्मास्यूटिकल हब के तौर पर जाना जाता है, लेकिन अब यहां की कई कंपनियों पर लापरवाही और गुणवत्ता में कमी के आरोप लगे हैं।

CDSCO यानी केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की अप्रैल 2025 में जारी रिपोर्ट के मुताबिक, देशभर की 1100 दवाओं की जांच की गई, जिनमें 64 फेल रहीं।

इनमें से 15 दवाएं हरिद्वार की फार्मा यूनिटों की थीं, जिनमें एंटीबायोटिक्स, बीपी कंट्रोलर, मल्टीविटामिन और पेनकिलर्स जैसी महत्वपूर्ण दवाएं शामिल हैं।

इन दवाओं की असफलता ने न केवल जनस्वास्थ्य पर खतरा खड़ा किया है, बल्कि फार्मा सेक्टर की साख पर भी सवाल उठा दिए हैं।

ड्रग विभाग ने त्वरित कार्रवाई की है।
ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती की अगुवाई में औचक निरीक्षण हुआ, कंपनियों को कारण बताओ नोटिस भेजा गया और संदिग्ध दवाओं को बाजार से वापस मंगाने (रिकॉल) की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती ने कहा:

> “जिन कंपनियों की दवाएं फेल पाई गई हैं, उन्हें नोटिस दिया गया है। जवाब संतोषजनक न होने पर कड़ी कार्रवाई तय है।”

जांच के दौरान यह भी सामने आया कि कुछ कंपनियों ने फर्जी पते पर लाइसेंस लिया है और असली निर्माण किसी और राज्य में कर रही हैं। यह स्पष्ट नियामकीय धोखाधड़ी है।

जनता में नाराज़गी है। लोग मेडिकल स्टोर्स से दवाओं की बैच डिटेल मांगते नजर आ रहे हैं। डॉक्टरों ने भी कुछ ब्रांड्स की दवाओं का उपयोग रोकने की सलाह दी है।

फार्मा सेक्टर के जानकारों का मानना है कि कुछ कंपनियों की लापरवाही पूरे उद्योग को नुकसान पहुंचा रही है। ईमानदार कंपनियों को संरक्षण और दोषियों पर सख्त कार्रवाई दोनों जरूरी हैं।

Anchor Closing:

“दवाएं सिर्फ व्यापार नहीं, जीवन से जुड़ा मामला हैं। हरिद्वार की फार्मा इंडस्ट्री पर भरोसे को बहाल करना अब सिर्फ एक औद्योगिक नहीं, बल्कि नैतिक जिम्मेदारी बन गया है। फर्जी पते, घटिया निर्माण और मिलीभगत के बीच अगर समय रहते सख्ती नहीं हुई, तो इसका असर देश की स्वास्थ्य प्रणाली तक पहुंचेगा।”

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments

आगरा-थाना सिकंदरा के रुनकता-किरावली रोड पर दबंगई का हंगामासंभल-उत्तर प्रदेश जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ ने किया विरोध प्रदर्शनललितपुर-IN24Live की खबर का हुआ दमदार असर, हरकत में आया नगर पालिका प्रशासनसंभल-विकसित उत्तर प्रदेश 2047अभियान के अंतर्गत उठो बढ़ो करो निर्माणएटा-दुकानों में विस्फोट, बिल्डिंग धराशायी, पुलिस जांच में जुटीलखनऊ-महिला टीचर ने स्कूल संचालक को पीटालखनऊ-कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को पुलिस ने किया हाउस अरेस्टमथुरा-पारिवारिक कलह के चलते भाई ने भाई की गोलीमार की हत्याआगरा-मकान का छज्जा गिरने से एक ही परिवार के पांच लोग दवेलखनऊ-STF ने अंतरराष्ट्रीय वन्य जीव तस्करी गिरोह का सदस्य दबोचासंभल-संभल में स्थापित होगी ATS की यूनिट, संभल हिंसा के बाद शासन ने लिया निर्णयपीलीभीत-पीलीभीत में घटी एक ऐसी घटना जिसे सुनकर दिल दहल जाएसंभल-थाना बनियाठेर क्षेत्र के ग्राम अकरोली में दो दिन पूर्व हुई हत्या का पुलिस ने किया खुलासासंभल-बहजोई में काजल एजेन्सीज पर खाद्य विभाग का छापाआगरा-यमुना के रौद्र रूप से जनजीवन हुआ अस्त व्यस्तआगरा-गोकुल नगर में यमुना का पानी पहुंचासंभल-छेड़छाड़ की शिकायत से आहत होकर युवक ने खाया जहरीला पदार्थलखनऊ-राज्य कर विभाग के डिप्टी कमिश्नर पर हमलासंभल-संभल में डिवाइडर से टकराने के बाद आईएफटीएम मुरादाबाद के छात्र की मौतसंभल-संभल में दर्दनाक सड़क हादसा तीन लोगों की मौके पर मौत