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*जंग-ए-आजादी में उर्दू पत्रकारिता का योगदान’ विषय पर गोष्ठी आयोजित*
हरदोई पत्रकार एसोसिएशन ने पत्रकारों को किया सम्मानित।
हरदोई – संडीला आज़ादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में हरदोई पत्रकार एसोसिएशन तहसील इकाई सण्डीला द्वारा सण्डीला प्रेस क्लब में “जंग-ए-आजादी में उर्दू पत्रकारिता का योगदान” विषय पर गोष्ठी का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ट पत्रकार अनुराग अस्थाना ने कहा की उर्दू पत्रकारिता ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की नींव को मजबूत करने में ऐतिहासिक योगदान दिया।
उस दौर में यह पत्रकारिता आंदोलन की आत्मा बन गई थी।
उन्होंने युवा पत्रकारों से आह्वान किया कि वे पत्रकारिता के इतिहास को जानें और सच्चाई के साथ समाज में अपनी भूमिका निभाएँ।
मुख्य अतिथि मनोज तिवारी ने कहा कि जब अंग्रेजों का दमन चरम पर था उस समय उर्दू समाचार पत्रों और पत्रिकाओं ने लोगों में देशभक्ति की भावना जगाने का काम किया।
उन्होंने कहा उर्दू समचार पत्रों ने अंग्रेजों के खिलाफ लेख प्रकाशित कर जनता को संगठित किया।
कई पत्रकारों ने सत्य की रक्षा के लिए जेल की यातनाएँ सही और अनेक प्रकाशनों को प्रतिबंधित कर दिया गया।
विशिष्ट अतिथि शिवाकांत तिवारी ने कहा कि अंग्रेजी शासन ने स्वतंत्रता आंदोलन की खबरों को दबाने के लिए कड़े कानून बनाए थे, लेकिन इसके बावजूद उर्दू पत्रकारों ने निर्भीक होकर लेखन जारी रखा।
इन अखबारों ने स्वतंत्रता संग्राम की गतिविधियों को जन-जन तक पहुँचाकर जनता को जागरूक किया विशिष्ट अतिथि हरिमोल सिंह ने कहा उर्दू साहित्य और पत्रकारिता ने आजादी की लड़ाई में जनमानस को प्रेरित किया।
‘सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है’ जैसी पंक्तियाँ आज भी स्वतंत्रता सेनानियों के हौसले की याद दिलाती हैं।
कार्यक्रम के अंत में एसोसिएशन के तहसील अध्यक्ष मुईज़ सागरी ने कहा कि इस गोष्ठी का उद्देश्य उर्दू पत्रकारिता के योगदान को याद करना और आने वाली पीढ़ियों को इसके महत्व से अवगत कराना है।
