ब्रेकिंग….लखनऊ
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जल संरक्षण और प्रबंधन के लिए बड़ा कदम उठाया है।
सरकार ने 75 नदियों को पुनर्जीवित करने का फैसला किया है, जिसमें लखनऊ की कुकरैल और सई नदी भी शामिल हैं।
इन नदियों के पुनरुद्धार के लिए सरकार आईआईटियन्स के साथ मिलकर काम करेगी।
योगी सरकार ने कुकरैल नदी के पुनरुद्धार के लिए एक उच्चस्तरीय बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
*कुकरैल नदी पुनरुद्धार परियोजना के मुख्य बिंदु:*
– *सर्वे और कार्य योजना*: सरकार ने कुकरैल नदी का सर्वे कराने और इसकी कार्य योजना तैयार करने के लिए एक टीम का गठन किया है।
– इस टीम को 10 दिनों में सर्वे पूरा करने और 15 दिनों में रिपोर्ट शासन को सौंपने का निर्देश दिया गया है।
– *नदी का नैसर्गिक सौंदर्य बहाल करना*: सरकार कुकरैल नदी के किनारे बटरफ्लाई पार्क, फिशिंग जोन, जॉगिंग एरिया और छठ पूजा घाट जैसी सुविधाएं विकसित करेगी।
– *जल संचयन और प्रबंधन*: सरकार नदी में पानी के बहाव को बढ़ाने और जल संचयन के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाएगी।
– *अतिक्रमण हटाना*: सरकार नदी के बहाव क्षेत्र में हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए कार्य योजना बनाएगी और इसे धराशायी करेगी।
– *साबरमती रिवर फ्रंट का अध्ययन*: सरकार गुजरात के साबरमती रिवर फ्रंट का अध्ययन करेगी और इससे सीख लेकर कुकरैल नदी के पुनरुद्धार में लागू करेगी।
*सरकार की प्राथमिकता:*
– *जल संरक्षण*: योगी सरकार जल संरक्षण को अपनी प्राथमिकता में रखती है और इसके लिए कई कदम उठा रही है।
– *नदियों का पुनरुद्धार*: सरकार नदियों के पुनरुद्धार के लिए काम कर रही है, जिससे जल संचयन और प्रबंधन में सुधार हो सके।
– *जल संचयन और प्रबंधन*: सरकार जल संचयन और प्रबंधन के लिए कई परियोजनाएं चला रही है, जिससे जल संकट को दूर किया जा सके
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