ब्रेकिंग….लखनऊ
उत्तर प्रदेश में अन्नपूर्णा भवनों के निर्माण के लिए राजकोषीय बचत का उपयोग किया जाएगा।
योगी सरकार ने इस योजना के तहत हर साल 75 से 100 नए अन्नपूर्णा भवन बनाने का लक्ष्य रखा है।
इन भवनों का निर्माण मनरेगा के अलावा राज्य वित्त आयोग, सांसद निधि, विधायक निधि, पूर्वांचल विकास निधि और बुंदेलखंड विकास निधि जैसे विभिन्न स्रोतों से धनराशि का उपयोग करके किया जाएगा.
अब तक 3,534 अन्नपूर्णा भवनों का निर्माण पूरा हो चुका है, जबकि लगभग 2,000 भवनों का काम निर्माणाधीन है।
इन भवनों में गोदाम और वितरण केंद्र एक ही परिसर में होंगे, जिससे लाभार्थियों को एक ही स्थान पर सुविधा मिल सकेगी।
साथ ही, विक्रेताओं को खाद्यान्न के अलावा अन्य आवश्यक वस्तुओं की बिक्री करने में भी मदद मिलेगी.³
*अन्नपूर्णा भवन की विशेषताएं:*
– *भवन निर्माण*: स्थानीय कार्यदायी संस्थाओं को जिम्मेदारी दी गई है, जिसमें ग्राम पंचायतों और विकास प्राधिकरणों को प्राथमिकता दी गई है।
– *गुणवत्ता निगरानी*: जिलाधिकारी स्तर पर नामित अधिकारी निर्माण कार्य की निगरानी करेंगे, जिससे गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।
– *भूमि चयन*: सरकारी, पंचायत, सहकारी संस्थाओं या दान में प्राप्त भूमि को प्राथमिकता दी जाएगी.
*लक्ष्य और प्रगति:*
– *वार्षिक लक्ष्य*: प्रति जनपद 75 से 100 अन्नपूर्णा भवनों का निर्माण।
– *वित्तीय वर्ष 2023-25*: 75 भवन बनाने का लक्ष्य था, लेकिन 3,534 भवन बने और 2,000 निर्माणाधीन हैं
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