ब्रेकिंग….दिल्ली
CEC राजीव कुमार ने 3 शायरी पढ़ीं,
दिल्ली विधानसभा चुनाव घोषणा के दौरान शायरी पढ़ीं,
पहली शायरी:
कर न सके इकरार तो कोई बात नहीं, मेरी वफा का इन्हें ऐतबार तो है
शिकायत भले ही हो, मगर सुनना, सहना सुलझाना हमारी आदत है,
दूसरी शायरी:
सब सवाल अहमियत रखते हैं जवाब तो बनता है
आदतन कलमबंद जवाब देते रहे, रूबरू जवाब बनता है
क्या पता कल हम हो न हों आज जवाब तो बनता है,
तीसरी शायरी:
आरोपों और इल्जामात का दौर चले, कोई गिला नहीं,
झूठ के गुब्बारों को बुलंदी ममिले शिकवा नहीं
हर परिणाम में प्रमाण देते हैं, वो शक की दुनिया को बढ़वा देते हैं,
शक का इलाज हकीम लुकमान के पास नहीं।