ब्रेकिंग…..संभल
संभल में शासन के निर्देशों के क्रम में उर्वरक विक्रेताओं के दुकानों पर छापेमारी की गई।
इस दौरान 22 छापे मारे गए, 17 नमूने लिए गए और 3 नोटिस जारी किए गए।
एक उर्वरक विक्रेता के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, जिसके पास 90 बैग यूरिया पाया गया लेकिन उसे बेचने के लिए विक्रय प्राधिकार पत्र नहीं था।
*कार्रवाई के मुख्य बिंदु:*
– *छापेमारी*: कृषि विभाग, राजस्व विभाग और अन्य विभागों की टीम ने संयुक्त रूप से उर्वरक विक्रेताओं के दुकानों पर छापेमारी की।
– *नमूने और नोटिस*: 17 नमूने लिए गए और 3 नोटिस जारी किए गए।
– *FIR दर्ज*: एक उर्वरक विक्रेता के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, जिसके पास 90 बैग यूरिया पाया गया लेकिन उसे बेचने के लिए विक्रय प्राधिकार पत्र नहीं था।
*उर्वरक विक्रेताओं के लिए निर्देश:*
– *स्टॉक बोर्ड और रजिस्टर*: सभी विक्रेताओं को अपने स्टॉक बोर्ड और स्टॉक रजिस्टर को मेंटेन रखना होगा।
– *भौतिक उर्वरक और पॉस मशीन*: भौतिक उर्वरक और पॉस मशीन में अंतर नहीं होना चाहिए।
– *किसानों को बिल*: कृषकों को पॉस से बिल उपलब्ध कराना होगा।
– *टैगिंग और ओवर रेटिंग*: किसी भी प्रकार की टैगिंग या ओवर रेटिंग नहीं की जानी चाहिए।
*उर्वरक की उपलब्धता:*
– *उर्वरक की मात्रा*: जनपद संभल में यूरिया, एनपीके, डीएपी और एमओपी की पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
– *सहकारिता को खाद*: प्राइवेट का 40 प्रतिशत खाद सहकारिता को दिया गया है, ताकि प्रत्येक केंद्र पर भरपूर खाद उपलब्ध हो और प्रत्येक कृषक को समय पर खाद मिल सके।
*किसानों के लिए सलाह:*
– *उर्वरक का संग्रह*: कृषकों से अनुरोध है कि उर्वरक का संग्रह न करें और फसल के वैज्ञानिक संस्तुति और उपलब्ध जोत के आधार पर ही उर्वरक लें।
– *धान में टॉप ड्रेसिंग*: धान में टॉप ड्रेसिंग के लिए यूरिया का प्रयोग करें, न कि डीएपी का।
– *नैनो यूरिया और नैनो डीएपी*: आवश्यकता पड़ने पर नैनो यूरिया या नैनो डीएपी का प्रयोग ज्यादा लाभप्रद है, जिससे फसल की गुणवत्ता और मृदा के रासायनिक और जैविक गुणों में सुधार होगा
।
