ब्रेकिंग….आगरा
सपा सांसद रामजी लाल सुमन के घर आगरा पहुंचे अखिलेश.
हमे किसी तरह का प्रदर्शन नहीं करना.
26 मार्च को सुमन जी के घर तोड़फोड़ करना सही नहीं.
सुमन जी के घर पर हमला जान से मारने की नियत से किया गया.
मुझे गोली मारने की धमकी दी गई.
ये सब कठपुतली वाले है,इनका धागा लखनऊ और दिल्ली वालों के हाथ में था.
बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर द्वारा बनाए गया संबोधन हमारी ढाल.
सामाजिक न्याय का संकल्प हमने उठाया है.
सुमन जी घर हमला हुआ ये कोई अचानक नहीं हुआ,सोच समझकर हमला हुआ.
सुनने में आ रहा है योगी जी की निगरानी में उनके कुछ mla राजधानी के थे। और हुड़दंग में बिलाया गया था.
ये माहौल बनाने के लिए फंडिंग हुई.
दलितों को डराने के लिए किया गया,करनी सेना के कार्यक्रम के लिए फंडिंग हुई कई एजेंसियां योगी जी के वीडियो वायरल करते है.
सरकार पिछड़े और दलितों को डराना चाहती है,पीडीए की ताकत 27 में ताकत बनेगी हमारी.
उपचुनावों में डराया गया थकाया गया.
सरकार डराने का काम कर रही है.
इलाहाबाद में दलित को जलाया,आजाद भारत में संविधान होने के बाद ऐसी घटनाएं होंगी क्या,सिर्फ गेहूं काटने में.
पुलिस हिरासत में मौतों का खेल चल रहा है.
आंबेडकर जयंती में गाना बजने पर हत्या ये निंदनीय है,अभी तक कोई कार्यवाही नहीं.
फूलन देवी कॉन्लेकर कुछ लिखा,तो मर दिया,अभी तक कार्यवाही नहीं.
जौनपुर में बाबा साहब के झंडे को पैरो से रौंदा गया,आज सामंतवादी और उनकी सरकार कोई कार्यवाहीबमही होगी.
जैसे फूलन देवी को मारा ऐसे तुम्हेबमारनेगे,ये धमकी दी जा रहीभाई,सरकार को संचयन लेने चाहिए.
सरकार ऐसे लोगों पर कार्यवाही नहीं होगी,हम अब तक 25 मुकदमे लिखा चुके है.
पुलिस व्यस्त में तलबार लहराते है पुलिस पूरे सम्मान के साथ कोई कार्यवाही नहीं करती.
आज जो आंकड़े है वो खबरें कहीं नहीं चल रही है.
सरकार के सजातीय थाने में उनके लोग भरे पड़े है.
Upstf पर कई बार सवाल उठाया ,लेकिन कुछ नहीं हुआ.
तथाकथित प्रदर्शन हुआ दिल्ली और लखनऊ वाली की मंशा से हुआ.
हम लोग विरोध कर रहे है,हम आगरा वासियों से कहूंगा वो भी विरोध करें.
अगर माहौल बिगड़ा तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर छविनकगर्ब होगी,इसका असर आर्थिक स्थितिभपर होगा.
आगरा के मुगल म्यूजियम का नाम बदला हमने नाम बदलने का विरोध नहीं किया.
शहर को स्मार्ट सिटी बनाना था वो शहर जाम में फंस गए.
यमुना नदी को और गंगा को साफ करने का दावा किया,यमुना नदी सामने है वो कितनी साफ है.
मेट्रो समाजवादियों की दें है.
संजय खान को आगरा लाए ,हमने जमीन दीलेकिन सरकार की नियत साफ नहीं थी.
सरकार अपनी नाकामी छुपाने को भटका रही.
नंगी तलबार और प्रदर्शन किया.
सुमन की बात को हाउस के रिसॉर्ट से निकाल दी गई,सोशल मीडिया पर सर्कुलेट की गई.
इतिहास में उदाहरण है कि सदन में जो कहा जाता है उसे फैलाया नहीं जाता लेकिन सरकार राजनीतिक लाभ लेने को फैला रही.
सामाजिक न्याय और स्थापना के लिए हम संकल्प लेते है.
कोर्ट के आदेश पर आया रिजल्ट सरकार ने बदल दिया,जिसकी वजह से सब 1700 बच्चे नौकरी से बाहर हुए.
कई मौकों पर जो इतिहास हमे आगे बढ़ाता हो जो दरिया बढ़ता हो उस इतिहास को इतिहास ही रहना चाहिए,कुछ आपको अच्छी नहीं लगेगी कुछ हमको.
समाजवादी पार्टी संविधान और लोकतंत्र में जो अधिकार मिले उसे आगे बढ़ रहे है.
जिन्होंने तलवारे लहराई और गालियां दी है उनके खिलाफ कार्यवाही कराएंगे।
